
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में भयावह आतंकी हमले pahalgam terror attack के बाद से भारत जहां पाकिस्तान pakistan से बदला लेने की तैयारी कर रहा है, वहीं पड़ोसी देश में अब खौफ का माहौल है। आतंकियों और पाकिस्तान को भारत में यह आतंकी हमला बहुत भारी पड़ने वाला है, क्योंकि आर्थिक रूप से बदहाल इस देश की भारत द्वारा नाकाबंदी से महंगाई आसमान पर पहुंच गई है। महंगाई दर 23 फीसदी पर पहुंच गई है और आटा, दाल, चावल, शकर, दूध समेत सभी आवश्यक वस्तुओं के दाम pakistan prices आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गए हैं। पाकिस्तानी सरकार और उसके आतंकी आकाओं के हौसले बगैर जंग लड़ ही पस्त होते जा रहे हैं।
भारत ने रोका व्यापार
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी तरह का व्यापार रोक दिया है। इससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। पीएम नरेंद्र मोदी pm narendra modi ने साफ शब्दों में पहलगाम हमलों के जिम्मेदारों अकल्पनीय सजा की चेतावनी दी है। इसके साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के भारतीय सेना को खुली छूट दे दी गई है। इससे पाकिस्तान में घबराहट का माहौल है।
पहले से टूटी है आर्थिक कमर
पाकिस्तान पिछले कई वर्षों से आर्थिक बदहाली झेल रहा है। खत्म होते उद्योग धंधों और चौपट होती अर्थव्यवस्था के कारण उसकी कमर पहले ही टूटी हुई है। उसकी अर्थव्यवस्था मामूली सुधरी ही है कि पहलगाम में आतंकी हमले और जंग की प्रति छाया से वहां फिर आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी है। जानकारों की मानें तो भारत से टकराव की दशा में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था छिन्न भिन्न हो जाएगी। पाकिस्तान की जीडीपी Pakistan GDP वृद्धि दर 2024-2025 में 2.6% रहने का अनुमान है, जबकि भारत की जीडीपी indian gdp इस साल 7 तक फीसदी रहने का अनुमान है। पाकिस्तान में मुद्रास्फीति pakistan inflation की दर 23% से अधिक है, जबकि भारत में मुद्रास्फीति दर 3.5 के आसपास है।
पाकिस्तान का फॉरेक्स भंडार मात्र 15.5 अरब डॉलर
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) मात्र 15.4 अरब डॉलर है, जबकि भारत का फॉरेक्स रिजर्व 600 अरब डॉलर indian Forex Reserves के करीब है। एक डॉलर की कीमत 280 पाकिस्तानी रुपये है तो भारत में एक डॉलर की कीमत 85 रुपये के आसपास है। भारतीय रुपये indian rupee की तुलना में पाकिस्तानी रुपया pakistani rupee दोगुने से ज्यादा सस्ता है। एक भारतीय रुपया 3.30 पाकिस्तानी रुपये का है।
40 फीसदी लोग गरीब
पाकिस्तान की बदहाली की कीमत वहां की जनता को चुकानी पड़ रही है। पाकिस्तान की 40% जनता गरीबी (Pakistan Poverty) में जी रही है। वहीं, बेरोजगारी दर 8% पहुंच गई है। निरंतर आतंकवाद, हिंसा, आंतरिक उपद्रव, राजनीतिक अनिश्चितता के कारण पाकिस्तान में विदेशी निवेश न के बराबर होता है।
चीन के कर्ज में डूब रहा पाकिस्तान
दरअसल, पाकिस्तान चीन के कर्ज में फंस गया है। पाकिस्तान का कुल कर्ज उसकी जीडीपी का 74.3% है। इसका मतलब है कि प्रत्येक 100 रुपये की कमाई में पाकिस्तान को 74 रुपये से ज्यादा कर्ज चुकाना है। इसमें भी सबसे ज्यादा 72 रुपये उसे चीन को चुकाना हैं। श्रीलंका की तरह ही पाकिस्तान भी चीन के कर्ज के जाल में फंस चुका है। चीन पाकिस्तान में आर्थिक गलियारा (China-Pakistan Economic Corridor) बना रहा है। इसके कर्ज ने पाकिस्तान की कमर तोड़ दी है।
चावल 340 रुपये तो घी 2800
पाकिस्तान में जंग के मंडराते खतरे के बीच रोजमर्रा के सामान की कीमतें आम आदमी की पहुंच से दूर हो गई हैं। शकर 180 पाकिस्तानी रुपये प्रति किलो तो चावल 340 रुपये प्रति किलो बिक रही है। वहीं पेट्रोल 254 रुपये तो डीजल 258 रुपये प्रति लीटर है।
पाकिस्तान में रोजमर्रा की चीजों के दाम
वस्तु दाम (प्रति किलो पाकिस्तानी रुपये में)
चावल 340
शकर 180
आटा 78
दाल 228
सरसों का तेल 532 प्रति लीटर
केला 119 दर्जन
दूध 210 लीटर
खाने का तेल 490 लीटर
घी 2800
चिकन 800
पेट्रोल 254 लीटर
डीजल 258 लीटर
प्याज 70