
पीछे की ओर चहलकदमी (Backward Walking) न सिर्फ वजन घटाने बल्कि घुटनों, मस्तिष्क, संतुलन और हृदय स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। जानिए कैसे करें और किन बातों का रखें ध्यान।
क्या आपने कभी सोचा है कि पीछे की ओर चलना (Backward Walking या Retro Walking), आपकी सेहत के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है? पहली बार सुनने पर यह शायद अजीब या मज़ाक जैसा लगे, लेकिन यह तकनीक अब दुनिया भर में हेल्थ और फिटनेस एक्सपर्ट्स के बीच चर्चा का विषय बन चुकी है। यह न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, बल्कि मानसिक सजगता, संतुलन और मांसपेशियों की मजबूती के लिए भी बेहद कारगर मानी जाती है।
क्या है पीछे की ओर चहलकदमी (Backward Walking)?
Backward Walking या Retro Walking एक ऐसी व्यायाम पद्धति है, जिसमें व्यक्ति सामान्य चलने के विपरीत दिशा में यानी पीछे की ओर चलता है। इस दौरान व्यक्ति सीधा खड़ा रहता है और शरीर को मुड़े बिना अपने कदमों को धीरे या तेज़ गति से पीछे की ओर बढ़ाता है। यह अभ्यास खुली जगह जैसे पार्क, ट्रैक या फिर ट्रेडमिल पर भी किया जा सकता है।
पीछे की ओर चहलकदमी (Backward Walking) के वैज्ञानिक लाभ
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घुटनों की सेहत में सुधार
बहुत से लोग घुटनों के दर्द से परेशान रहते हैं। Backward Walking खासतौर पर ऐसे लोगों के लिए लाभकारी है जिन्हें patellofemoral pain syndrome होता है।
- यह घुटनों पर पड़ने वाले दबाव को कम करता है।
- मांसपेशियों के असंतुलन (muscle imbalance) को ठीक करता है।
- नियमित अभ्यास से घुटनों की गति और मजबूती में सुधार होता है।
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संतुलन और समन्वय (Coordination) बेहतर बनाता है
पीछे चलने के दौरान हमारा मस्तिष्क अधिक सक्रिय रहता है क्योंकि हमें उस दिशा में चलना होता है जहाँ हमारी दृष्टि नहीं होती।
- इससे मस्तिष्क और शरीर के बीच समन्वय बेहतर होता है।
- बुजुर्गों के लिए यह विशेष रूप से लाभदायक है, क्योंकि इससे गिरने का खतरा कम होता है।
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कैलोरी बर्न करने में मददगार
पीछे की ओर चलना सामने की ओर चलने की तुलना में अधिक ऊर्जा मांगता है।
- शरीर को ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे अधिक कैलोरी बर्न होती है।
- यह वज़न घटाने की प्रक्रिया को तेज़ कर सकता है।
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हैमस्ट्रिंग और पैरों की मांसपेशियों को टोन करता है
Retro Walking के दौरान पैर की पिछली मांसपेशियों (जैसे हैमस्ट्रिंग्स) का अच्छा इस्तेमाल होता है।
- यह मांसपेशियों को टोन और मज़बूत बनाता है।
- इससे शरीर की लचीलापन (flexibility) भी बढ़ती है।
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रीढ़ और शरीर की मुद्रा (Posture) में सुधार
पीछे की ओर चलने से शरीर की मुद्रा में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
- यह कोर और पीठ की मांसपेशियों को सक्रिय करता है।
- रीढ़ की स्थिति बेहतर होती है और पीठ दर्द में राहत मिलती है।
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मानसिक सजगता और ब्रेन एक्टिविटी बढ़ती है
चूंकि यह अभ्यास सामान्य नहीं है, इसलिए मस्तिष्क को हर कदम पर सजग रहना पड़ता है।
- इससे एकाग्रता और न्यूरो-मस्कुलर कनेक्शन में सुधार होता है।
- यह मानसिक थकान को भी कम करता है।
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हृदय स्वास्थ्य में लाभकारी
नियमित रूप से पीछे की ओर चहलकदमी (Backward Walking) से हृदय की कार्यक्षमता बढ़ती है।
- रक्त संचार सुधरता है।
- कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस बेहतर होती है।
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प्रतिक्रिया समय और चपलता (Agility) में सुधार
एथलीट्स और स्पोर्ट्स प्लेयर्स के लिए यह तकनीक बेहद उपयोगी है।
- यह मांसपेशियों के तेज़ रिस्पॉन्स को बढ़ाता है।
- रिफ्लेक्सेस को तेज करता है, जिससे खेल प्रदर्शन में सुधार होता है।
पीछे की ओर चहलकदमी करते समय ध्यान रखने योग्य सावधानियाँ
चूंकि यह एक असामान्य प्रकार की चाल है, इसलिए इसे करते समय कुछ सावधानियाँ ज़रूरी हैं:
1. समतल और साफ सतह का चुनाव करें
– गड्ढों, फिसलन या अवरोध वाली जगह से बचें।
2. धीरे-धीरे शुरुआत करें
– पहले 5–10 मिनट से शुरुआत करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
3. हाथों से संतुलन बनाए रखें
– हाथों को हल्का फैलाकर चलें।
4. आसपास के माहौल पर नज़र रखें
– रुक-रुक कर पीछे देखें या दर्पण का प्रयोग करें।
5. सहारे का उपयोग करें (प्रारंभ में)
– दीवार, रेलिंग या साथी के साथ शुरुआत करें।
6. अंधेरे या भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें
7. सही जूते पहनें
– अच्छे ग्रिप वाले सपोर्टिव जूते पहनें।
8. बॉडी पॉश्चर का ध्यान रखें
– पीठ सीधी रखें, गर्दन ऊँची और नजरें सामने।
9. स्वास्थ्य समस्याओं में डॉक्टर से सलाह लें
– बैलेंस की समस्या, चक्कर या गर्भावस्था की स्थिति में सावधानी बरतें।
पीछे की ओर चहलकदमी की आदत कैसे बनाएं?
🟢 प्रारंभिक स्तर (1–2 सप्ताह):
- समय: 5–10 मिनट
- सप्ताह में 4–5 दिन
- स्थान: समतल ज़मीन या पार्क
🟡 मध्यम स्तर (3–4 सप्ताह बाद):
- समय: 10–15 मिनट
- सप्ताह में 5–6 दिन
- वेरिएशन: 1 मिनट तेज़, फिर 1 मिनट धीमा (Interval style)
🔵 उन्नत स्तर (1 महीने के बाद):
- समय: 15–20 मिनट
- सप्ताह में 6 दिन या रोज़
- जगह: ट्रैक, ट्रेडमिल या हल्की ढलान (सावधानी के साथ)
पीछे की ओर चहलकदमी (Backward Walking) एक साधारण लेकिन प्रभावशाली तकनीक है जो आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बेहतर बना सकती है। पीछे की ओर चहलकदमी (Backward Walking) न केवल कैलोरी बर्न करने में मदद करती है, बल्कि मस्तिष्क, मांसपेशियों, हृदय और समन्वय को भी सशक्त बनाती है। यदि आप अपने व्यायाम में कुछ नया और मज़ेदार जोड़ना चाहते हैं, तो इसे अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करें।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारी मात्र सूचनात्मक है। कोई भी प्रयोग के पूर्व अपने चिकित्सक से सलाह लें।
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